दीन दुखियों के दुःख दर्द दुर करने वाले दीनदयाल हमारी विनती सुनो। आपसे हमारी विनती है कि हमारी नैया पार लगाओ। दीन दयाल बिरिदु संभारी। हरहु नाथ मम् संकट भारी॥