हमें लगता था,फुल हो तुम्ह .. बोहती खुबसुरत ,शानदार हो तुम्ह.. छून ले कोई,तोड़ न दे कोई,नाजूक है इतना , कितने प्यार से सभाला ,जैसे मां का प्यारा सा बच्चा...! कितने सारे फुल बगीचेमे,पर एक ही होता है अलक है जैसे, पहचाने सारा जहाँ उसीके वजसे..! हमे लगता था ,फुल हो तुम्ह ... सबसे अलग ,सबसे जुदा हो तुम्ह..! #लगताथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi