सुरूर मोहब्बत का कैसा ये रंग लाया है, बावरी बनी हूँ मैं तू ही मेरा सरमाया है ॥ मोहब्बत के सफर में , क्यूँ ना तू हमसाया है, ज़हन से रूह तलक मुझमें तू समाया है ॥ ♥️ Challenge-902 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।