हम इस जुदाई को मजबूरी थी तेरी या के थी बेवफाई हमने वारा सब कुछ तेरे सजदे में पर तू समझ ना पाई मेरे इश्क की गहराई यह मर्जी हैं तेरी या के हैं ख़ुदाई मेरी मोहब्बत तुझे रास क्यों ना आई क्या समझे हम क्यों है यह रुस्वाई जो समझे नहीं मेरे अल्फ़ाज वो क्या समझेंगे मेरे जज़्बात हम कह ना पाए उन से कभी ना वो समझे मेरे दिल की बात बहुत कुछ सामने होकर भी आँखों से ओझल रहता है। #क्यासमझे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #bestyqhindiquotes #yqhindiquotes #yqhindishayari #aprichit Collaborating with YourQuote Didi