बोझ है निशा मिटते नहीं बह जाते है लोग कुचलने के लिए छोड़ जाते है समुन्दर खारा कैसे ना होता इतने टूटे दिल जो वापिस आते है ©Yash Verma #PoetInYou #nisha #raitkdil #uttrakhand #pahad