इस दुनिया मे तमाम शायरों की शायरी देखी है, उनके लफ़्ज़ों में उनके साथ हुई अधुरी यारी देखी है, कुदरत के साथ हुई उनकी अनदेखी कर्जदारी देखी है, क्या गुनाह करते है इस दुनिया मे मोहब्बत करके लोग, हर शायर ने अपने लफ़्ज़ों में क़लम से खाली पन्नों पर उतारी मैंने इश्क़ वाली वो बेरोजगारी देखी है... My Specail Thought....