आवाहन करो उस सृजन का,जो जनाक्रोश से उपजा है है पश्चिम धाक रही तेरी, अब भारत जागृत होता है संस्कृति का ज्ञान बढ़ा, अतीत का पुनि मान बढा वेदों की पुर्नसमीक्षा और उपनिषदों पर परिचर्चा। क्या संस्कृत क्या षड्दर्शन, सबको अमृतपान मिला योग संजीवनी से जगपर अब रंग हिन्दुस्तान चढा़।। अतीत के दूषित चित्रण का अक्षम्य अघ था किया गया कुत्सितसोच के छल ने हमको भी दृष्टिदोषी बना दिया। राष्ट्रवीरों को सम्मान मिला,वंचित जिससे उन्हें रखागया क्षमाप्रार्थी भारती ने भेंट मातृभूमि को अर्पित किया। सौंप भविष्य को अमूल्य धरोहर, मुदित वर्तमान अब होता है सौभाग्य भावी पीढ़ी का, फिर भारत जागृत होता है #Yourquote #yourquotedidi #NEP #Raahtra