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तुम खूबसूरत हो, बालों को मेरे जब तुम सहलाती हो न

तुम खूबसूरत हो,   बालों को मेरे जब तुम सहलाती हो ना
 तो मन सुकून से भर जाता है 
तुम खूबसूरत हो तब  मेरी आंखें नहीं
 मेरा मन ये कहता है

 सब ठीक हो जाएगा जब तुम कहती हो ना 
तो यकीन मानो सब ठीक होता सा नजर आता है 
दुनिया के दिये हर घाव पर मरहम सा लग जाता है 
 तुम खूबसूरत हो तब
 ये मेरी आंखें नहीं तन, मन को मिलता आराम ये कहता है 

जब तुम अस्त-व्यस्त सी खुद से अनजानी सी
घर संवारती हो ना तो
 जिंदगी संवरती सी नजर आती है 
तब तुम खूबसूरत हो  मेरी आंखें नहीं 
घर का कोना कोना कहता है 

जब तुम रूठ कर मुझसे बात नहीं करती
 और गुस्से से टेबल पर खाना रखकर 
मर्जी हो तो खा लेना ये कहती हो ना 
मैं मनाऊं तुम्हे इस खातिर 
मेरे इर्द गिर्द बहानों से आती हो
उस बेरुखी में भी परवाह छलकाती हो 
 तुम खूबसूरत हो तब मेरी आंखें नहीं
 मेरा तृप्त सा मन कहता है 

जब तुम अपनी धुन में कोई मनपसंद सा गीत गुनगुनाती हो ना पौधों को निहारती हो
कभी देखकर आइना मुंह तरह-तरह के बनाती हो 
रौनक बनकर हर तरफ बिखर जाती हो
तुम खूबसूरत हो  आंखें नहीं
 तुम बिन अधूरा मेरा जीवन ये कहता है
 तुम खूबसूरत हो
मेरी आंखें नहीं 
मन ये कहता है(राखी की क़लम से)

©Rakhee ki kalam se #youarebeautiful 
#TrueBeauty 
#nojotocontest 
#Trending 

बालों को मेरे जब तुम सहलाती हो ना
 तो मन सुकून से भर जाता है 
तुम खूबसूरत हो तब  मेरी आंखें नहीं
तुम खूबसूरत हो,   बालों को मेरे जब तुम सहलाती हो ना
 तो मन सुकून से भर जाता है 
तुम खूबसूरत हो तब  मेरी आंखें नहीं
 मेरा मन ये कहता है

 सब ठीक हो जाएगा जब तुम कहती हो ना 
तो यकीन मानो सब ठीक होता सा नजर आता है 
दुनिया के दिये हर घाव पर मरहम सा लग जाता है 
 तुम खूबसूरत हो तब
 ये मेरी आंखें नहीं तन, मन को मिलता आराम ये कहता है 

जब तुम अस्त-व्यस्त सी खुद से अनजानी सी
घर संवारती हो ना तो
 जिंदगी संवरती सी नजर आती है 
तब तुम खूबसूरत हो  मेरी आंखें नहीं 
घर का कोना कोना कहता है 

जब तुम रूठ कर मुझसे बात नहीं करती
 और गुस्से से टेबल पर खाना रखकर 
मर्जी हो तो खा लेना ये कहती हो ना 
मैं मनाऊं तुम्हे इस खातिर 
मेरे इर्द गिर्द बहानों से आती हो
उस बेरुखी में भी परवाह छलकाती हो 
 तुम खूबसूरत हो तब मेरी आंखें नहीं
 मेरा तृप्त सा मन कहता है 

जब तुम अपनी धुन में कोई मनपसंद सा गीत गुनगुनाती हो ना पौधों को निहारती हो
कभी देखकर आइना मुंह तरह-तरह के बनाती हो 
रौनक बनकर हर तरफ बिखर जाती हो
तुम खूबसूरत हो  आंखें नहीं
 तुम बिन अधूरा मेरा जीवन ये कहता है
 तुम खूबसूरत हो
मेरी आंखें नहीं 
मन ये कहता है(राखी की क़लम से)

©Rakhee ki kalam se #youarebeautiful 
#TrueBeauty 
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बालों को मेरे जब तुम सहलाती हो ना
 तो मन सुकून से भर जाता है 
तुम खूबसूरत हो तब  मेरी आंखें नहीं