ना ही शहर में मेरा घर, ना शहर से में हूं ले चलूं उस जन्नत की सैर में जिन पहाड़ की वादियों से में हूं सुकून भरी ज़िन्दगी, सब रहते एक साथ।। ठंडा पानी और ठंडी सी हवा मेरे गांव की कुछ अलग है बात।। ना भीड़ में रहती हूं,ना भीड़ में भागती हूं क्यूंकि ना ही शहर में मेरा घर,ना शहर से में हूं #MeraShehar #meraGawn #,nojoto