चलते चलते निकल गया हूँ बहुत दूर मैं समझ नहीं आता ये दिल अब किसे पाए थक गया हूँ खुद ही की उम्मीदों से मैं चाहता हूँ बस अब वक्त ठहर जाए #waqt#thahar#jaye