उम्र भी क्या गज़ब अंकीय आँकड़ा है ज़नाब* *ढलती उम्र का जश्न लोग यहाँ जन्मदिनोत्सव करके मनाते हैं। जी हाँ, मैं इसी उम्र की बातें कर रहा हूँ, जो हर साल दर साल हमारे जीवन का ह्रास करती जाती है। उम्र के साथ आवश्यक होता है कि हम उस उम्र के पड़ाव को खुलकर जियें, उस उम्र का बोझ स्वयं पर न लादकर वक़्त और उम्र के साथ जीवन के ख़ूबसूरत पलों के साथ चलते रहें क्योंकि उम्र और वक़्त कभी रुका नहीं करते। ©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #उम्र #उम्र #उम्र_की_बंदिशें_हैं #colours