भौंर °~°~°~°~° यह उषा किरण की बेला ,निशा को विदाई दे पंछियों का कलरव ,सुहावन भोंर को निमंत्रण दे ।। आकाश में लालिमा ,जैसे बिखरा हो मांग में सिंदूर इतना मनोरम ये उषा–किरण का नूर ।। ©manju Ahirwar #भौंरसुबह #noor #muktakकाव्य