मुनासिब समझा उन्होंने मुँह फेर लेना जज्बात, इस्तकबाल भी हमारे जुबाँ में सहमे से रह गए ।। जज़्बात मुनासिब है कि वो मुँह फेर ले हमसे... मुनासिब समझा उन्होंने मुँह फेर लेना जज्बात, इस्तकबाल भी हमारे जुबाँ में सहमे से रह गए ।। #nojoto #nojotohindi #nojotovoice #poetry #hindiwriters #hindiwriteups #openpoetry #challange #