लोगों को हंसकर क्या दो बातें कह दिया मैने उन्हें लगा वो धोखे से भरे दिन और बातें भूल गया हूंँ पर नहीं वह धोखे ऐसे थे कि मेरे मरकर, जलकर, मिट्टी में मिलकर, भी नहीं भूल पाऊंगा मैं वो दिन और धोखे! - nayak 0.9 #deceive