मुझे शौके-इश्क न था मगर मैं जुनूं में हद से गुज़र गया, मेरा कारवां कहीं लुट गया मिरे दिल का तन्हा सफ़र गया। मेरी आगही मेरे वसवसे मुझे रोकते, थे वो टोकते, मैंने तुझपे् ही था यक़ीं किया, तू भी कहके दिल से मुकर गया! मुझे छोड़कर तु गया नहीं मेरा बनके् भी तू रहा नहीं, मिरे दिल में तेरा मुक़ाम था मुझे दरबदर है तू कर गया। मेरी सोच, फ़िक्र-नज़र तुझे जो बुरी लगी सो बुरी लगी, तेरी ठोकरों से संभल के मैं, कोई गीत बनके् बिखर गया। वो नयी नयी सि थि चाहतें न गुमान था न वहम कोई, जो सितम क् सिलसिला चल पड़ा तो मैं चाहतों से् भी डर गया! न थी इश्क की कहीं मन्ज़िलें न मुहब्बतों में पड़ाव था, जो चले थे चलते् ही रह गए कोई लुट गया कोई मर गया। है सफ़र ही ऐसा ये आख़िरी कोई हाथ तक न हिला सका, कि जो बेलिबास था उम्र भर वो भी सज संवर के ही घर गया! #yqaliem #shauke_ishq #junun #tanha_safar #aagahi #ishq_ki_manzil #aakhir_safar #soch_o_fikr