White बड़ी संगी हकीकत हो गई है हमे उनसे मोहब्बत हो गई है दहकने से लगे रुखसार उनके बडी रंगी शरारत हो गई है दर ए महबूब ये पहरे बहुत है बहुत सो को रकाबत हो गई है रकीबो का तो जलना काम है बस उन्हें हमसे अदावत हो गई है जरा देखे कि क्या लिखा है खत में यह हम पे क्यों इनायत हो गई है मै दिन की रोशनी में ख्वाब देखूं कि सतरंगी तबीयत हो गई है गुलो को बाग में खिलते जो देखा हमे हसने की जुर्रत हो गई है 7/9/15 ©MSA RAMZANI बड़ी संगी हकीकत हो गई है #ghazal #gazal #gajal #ghajal