मेरे दुश्मन तुम्हें क्या कहूँ, जितनी मजबूत हूँ, तुम्हारे बजह से हूँ, तुमने मुझे लाख बुरा समझा, कई बार मुझे तोड़ने की कोशिश की, फिर भी ना रुकी, ना थमी, जो राह चुनने से तुमने रोका, वही राह चुन आगे बड़ी, हाँ तुमने ही, तुम दुश्मन नहीं, अरे तुमने ही तो motivate किया, हर बार "तुमसे ना हो पाएगा" कहकर, मुझे वो लक्ष्य पाने के लिए बाध्य किया, शुक्रिया उम्मीद है अगले बरस फिर मुलाकात होगी, फिर तुम्हें गलत साबित करने की ज़िद होगी, फिर एक बार मंजिल से मुलाकात होगी, #social #life #mere_dushman #दुश्मन #dushman