Nojoto: Largest Storytelling Platform

बरसों से जिसकी तलाश में थे, उसका एक अंश मुझमें ही

बरसों से जिसकी तलाश में थे,
उसका एक अंश मुझमें ही कहीं दबी रेह गई थी...!
और वो मुझे आज मिली
किसी और की तलाश करते हुए।

©....
  #we poem
nojotouser2245946596

....

New Creator
streak icon13

#we poem #कविता

27 Views