हम अपनी बगिया के फूल को। जरा सम्भाल कर रखना इस फूल को। नाजों से इसे हमने रखा है। कांटो और बरसतों से इसे बचाए रखा है। मगर इस कद्र इसे हमने कुछ सींचा है, मानो जैसे इसे हर माहोल में इसे जीना सीखा रखा है। इस बगिया के फूल मैं अगर कोई कांटे हो। तो अब तुम इसे संभाल लेना। तुम्हे सोपते है, इस बगिया के फूल को। अब तुम ही इसका ख्याल रखना। फूलो की तरह इसे रखा है। तुम भी इसे फूल की तरह समझ लेना। हो कोई गलती इस फूल से तो, जरा सा इसमें तुम अपना प्यार देना। मेरे इस बगिया के फूल का ना तुम भी कभी न मुरझाने देना।। तुम्हें सौंपते हैं... #सौंपतेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ankitaguptapoetry #ankitaguptafelling #betiya #ummedein