चिरागों से जा के पूछो ज़रा, रोशन जहां किसका किया? और फिर चांद से पूछो ज़रा, क्यों रात भर तन्हा किया? क्यों तारे टिमटिमाते हैं, रात में बिन बताए? क्यों सूरज आ निकलता है, सुबह में आसमां फिर जगमगाए ? ये किसके रूप हैं, क्यों इनको पूजते हैं चंद लोग ? कभी हस्ते, मनाते है, रूठ बैठ, यहां करते है सोग ? !! बता दो तुम ज़रा !! ©Senty - Ek Dost #ArabianNight #roshni #Chand #Pyar #अल्फाज़ #कविता