अपनों से रुसवा हो जाते हैं गैरों में खुशी ढूंढते हैं बेबात अपनों से खफ़ा हो जाते हैं डॉ लाल थदानी अल्फ़ाज़_दिलसे हम पत्थर क्यों हो जाते हैं #हमपत्थर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi हम पत्थर क्यों हो जाते हैं अपनों से रुसवा हो जाते हैं गैरों में खुशी ढूंढते हैं बेबात अपनों से खफ़ा हो जाते हैं