Lips and Lashes कविता बाबुल बाबुल तेरी बेटियां तो आसमान हो गई जलाया दुश्मनों ने जब जब भी इन्हे हिंदुस्तान की एक नई आवाज हो गई भाई के हाथों में बांधी थी कलाई में जो राखी दुश्मन के गंदे हाथों से बदनाम हो गई ऐ वक्त कह देना मेरे बाबुल से आज रहा न देखे मेरी तेरी लाडली तो आज शमशान हो गई बाबुल