अंधेरो में जैसे शामें ढलती है , उसकी यादें मुझमें ऐसे चलती है ।। मैंने उससे प्यार किया गलत किया, याद था मुझको दुनिया रंग बदलती है ।। अब हर इक दिन उसके बिना बिताना है, हांं शायद इसमें भी मेरी गलती है ।। उससे कभी मिलो तो हंस कर कह देना, मेरी सांसे अब भी कुछ कुछ चलती है।। शायरदीवाना फिर टूटा है शायद , इसी खुशी से दुनिया मुझसे जलती है।। ©Piyush Bansal (Shayardeewana)😊 Dard-e-lafz #Shayardeewana💕💓❤️ #steps