#OpenPoetry और हम रोज रात को आपको पुकारे Saloni ..Saloni ..........पर आप तो गजब किये जा रहे सपनो मे भी नी आ रहे । आपको मै, मै और सिर्फ मै जानता हूँ । दुनिया की रीति-रिवाजो को मे नही मानता हुँ! Sirf main janta hu aapko