आंखों की खामोशी में, कई बातें छीपी है, कह ना सकी तुमसे, ये तो सिर्फ वक्त की मंजूरी है। माना की लाखों लोग मरते होंगे तुम पर, लेकिन तुम सिर्फ मेरे इश्क़ की दावा हो, कुछ कह ना सकी तुमसे, लेकिन तुम सिर्फ मेरे खुदा हो। ©Sonali Mahapatra # आंखों की खामोशी