बताओ गाँव वालों तुम, हुआ उत्थान कितना है? तुम्हें इन पाँच सालों में, मिला ये मान कितना है? सही है क्या सड़क अबकी,बनी क्या एक भी नाली- जरा सोचो सभी मिलकर,हुआ नुकसान कितना है? #मुक्तक #गाँवकीबातें #विश्वासी