मयस्सर तो मेरी ज़िन्दगी तब ही हो गई साथिया, जब तूने अश्क़ों से अपनी तलब पिला दी हमें, अब कोई और नशा तो करता नहीं असर हमें, न ही कोई ललक है और ख्वाहिशों की साथिया।। 🌿🌼🌿लेखन संगी 🌿🌼🌿 #restzone #rztask344 #rzलेखकसमूह #yqdidi #collab #bestyqhindiquotes