तुम्हारी बातों को मैं भी गौर कर रही हूं तुम कहते वक़्त नहीं है मैं सोचती उनको आराम नहीं है जरूरी नहीं प्रेम में हर वक़्त बातें ही हो ज़रूरी नहीं प्रेम में हर वक़्त वक़्त ही हो कुछ समर्पण,कुछ वक़्त का ना होना भी लाज़मी ही है P@ll@vi— % & #वक्तनहीहै #yourquotebaba #yourquotes #yourquotedidi #myfeelings #mythoughts #myquote