ले कटोरा हाथ में चल दिया हूं फूटपाथ पे अपनी रोजी रोटी की तलाश में मैं भी पढना लिखना चाहता हूं साहब मैं भी आगे बढ़ना चाहता हूं साहब मैं भी खिलौनो से खेलना चाहता हूं साहब रुक जाता हूं देखकर अपनी हलात को क्योंकि साहब मैं अनाथ हूं। ©Vikas Kumar Giri #Anath #Orphan #VikasKumarGiri #kyukisahebmaiaanathhun #OrphanChilds