शबनम की इक बूँद भी, मांग लाई वो घास से माँ कहाँ तड़पने देती, अपने बच्चों को प्यास से ममता की मूरति है वो, ईश्वर है वो एहसास से बचा लाई बच्चों को, मौत-ए-मंजिल के पास से #चौबेजी #चौबेजी #नज़्म #नोजोटो #nojoto #nojotohindi #poem #माँ #mother #nature