उड़ने की चाहत उस परिंदे से पूछो, जो रोज रोज उड़ता हैं, और कहता है एक ना एक दिन, मुझे मेरी मंजिल जरूर मिलेगी, क्योंकि उसकी मंजिल जमी नही, आसमा हैं!!!! #chaht1