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बेटियां ही क्यों पड़ाई हो जाती हैं। घर की आँगन की

बेटियां ही क्यों पड़ाई हो जाती हैं।

घर की आँगन की खुशियाँ होती है बेटियाँ ।
फिर भी पराई क्यू होती है बेटियाँ ।
मां की लाडली तो पापा की जान होती है बेटियां ।
बहनों का प्यार तो भाई की दुलार होती है बेटीयाँ ।
जब बेटियां बड़ी हो जाती है ।
अपने ही घर से पराए हो जाती हैं ।
जहाँ वर्षो रेहती है ।
कुछ दिन की मोहलत ले के ससुराल से मायेके आती हैं ।
शादी से पहले बातों की दुकान हुआ करती थी ।
जो मन में आता था वह बोल देती थी ।
शादी बाद सच में बेटियां पराई हो जाती है ।
अपने ही घर में बोलने के लिए 100 भाग सोचती है ।
रिश्ते बदल जाते हैं जिम्मेदारियों के साथ ।
जब बेटी एक बहू बन जाती है ।
मायका से ससुराल दोनों कुल का सम्मान  बढ़ाती हैं।
 #yqbaba #yqdidi #everything #everythinghappensforareason #inspiration
बेटियां ही क्यों पड़ाई हो जाती हैं।

घर की आँगन की खुशियाँ होती है बेटियाँ ।
फिर भी पराई क्यू होती है बेटियाँ ।
मां की लाडली तो पापा की जान होती है बेटियां ।
बहनों का प्यार तो भाई की दुलार होती है बेटीयाँ ।
जब बेटियां बड़ी हो जाती है ।
अपने ही घर से पराए हो जाती हैं ।
जहाँ वर्षो रेहती है ।
कुछ दिन की मोहलत ले के ससुराल से मायेके आती हैं ।
शादी से पहले बातों की दुकान हुआ करती थी ।
जो मन में आता था वह बोल देती थी ।
शादी बाद सच में बेटियां पराई हो जाती है ।
अपने ही घर में बोलने के लिए 100 भाग सोचती है ।
रिश्ते बदल जाते हैं जिम्मेदारियों के साथ ।
जब बेटी एक बहू बन जाती है ।
मायका से ससुराल दोनों कुल का सम्मान  बढ़ाती हैं।
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