आज ढूंढने लगे भरी पोटलियों को , कोई शब्द हमारा मिल जाए। आज तलाशने लगे उन गठरियों को, कोई एक मौजूदा वफ़ा मिल जाए।। मोहब्बत का मतलब अदा करते करते कुछ लफ्ज़ छूट गए थे, कुछ एहसास आपके तो कुछ अल्फ़ाज़ हमारे थे। वैसे तो कोरा कागज हमारे नाम था, उस पर लिखी गई जज़्बात-ए-जिक्र आपके नाम थे।। ©BINOदिनी #Hum #दरमियान