कहने को कितनी बातें हैं कुछ हसीन दिन कुछ सुहानी रातें हैं कहने को कितनी बातें है। तुमसे लड़ना,झगड़ना,फिर रूठना मनाना आखिर में दोनो का एकदूजे से लिपट जाना कहने को कितनी बातें हैं। ©Writer Gk tiwari #कहने_को_कितनी_बातें_हैं