मैं छत पर खड़ा, कुछ सोच रहा था, न जाने किस खोज में, मत्था खरोंच रहा था।। Jagarwad Full piece in the caption 👇🙇 #society #longform #people #chetanyajagarwad #thoughts मैं छत पे खड़ा कुछ सोच रहा था, ना किस खोज में मत्थे को खरोंच रहा था, विचार मगन निगाहें एकाएक रुक गयी, साँस मानो कुछ देर थम गई, एक सज्जन निग़ाहें किसी पर जाके रुक गयी, गजब ढंग से टकटकी लगा वो उसे देख रहा था,