हरी चादरों, हरे झण्डों को अपनी पहचान कहते हो, ये घर कल मेरे थे, जिन्हें अपना मकान कहते हो, सैकड़ों खूनों से लथपथ हैं तेरे घर की चौखट तक, क्या इसी हुनर को तुम मुसलमान कहते हो ?? #मुसलमान #भारत_माता_की_जय #भारतीय #भारत