माँ परेशान थि गया कहाँ चाँद मेरा । कैसे बताऊ माँ तुझे तेरे चाँद को कोरोना ने घेरा । टूट गया अब मेरा तेरि बहु के साथ लिया हुआ एक एक फेरा । पिता तों दिल रोगी थे । जिन्दगी भर कस्ट भोगी थे । कैसे बताउ मै उनको कि मै कोरोना रोगी मै कोरोना रोगी । भाई मेरा जोगी था । नहि थि उस्से किसी की भि खबर । वो इस सब से था बेखबर । ज़िस्से पूरि जिन्दगी भर था वो परेशान । अब नहि होगा उसे उसका एक पल भि ध्यान । वो हार के भि जित चला । जिन्दगी कि ये दौड । ओ बेहना रे ओ बेहना रे । मेरि प्यारि गेहना रे सदा खुश तुम रहना रे । कोरोना त्यार खडा तेरे भाई भि है अदा । चाहके भि मै मिल ना सका । अपने दरार पदे तन को सिल ना सका । बुझदिल नहि जो मै छोड़ चला । तुम सब को नहि मुझे खोना था । मर के भि जो ना मरे । मेरि प़रछाई ना तुम पे पढ़ जाये । यहि मेरा ईरादा था । जो होना था वो हो हि गया । मरने का मुझे सौख नहि प़र कोरोना का मुझे डर भि नहि । उसको धूल चताऊंगा मै जित कर वापस आऊंगा #corona #NojotoHindi #NojotoEnglish #Life #Health #Drastic