Nojoto: Largest Storytelling Platform

"तुमसे जरूर मिलेंगे ए मंज़िल" भले ही बिखर चुके है

"तुमसे जरूर मिलेंगे ए मंज़िल"

भले ही बिखर चुके हैं सपने, टूट चुके हैं अरमान, 
मेरी और मेरी मंज़िल का न है  अभी कहीं नाम।
लेकिन खुश मत होना मेरी हार पर ए जिंदगी, 
अंतिम साँस तक लड़ेगे हम, लड़ना है मेरा काम।

तोड़ देंगे हर एक बाधा को बनाएंगे एक नया रास्ता, 
लड़ेगे आखिरी वार तक न हार मानेंगे इतना सस्ता।
मंजूर है मुझे हर अकेलापन, गहरी रातों की खामोशी, 
Merit list की PDF में नाम आएगा एक दिन जरूर, करनी परे चाहे कितनी भी कोशिश।

ये तनाव और अभाव दोनों को समेट लूँगा मैं, 
बंद कमरे की दीवार NCERT,NOTES और PYQ से बात कर लूँगा मैं।
मंजूर हैं मुझे हर संघर्ष, हर शर्तें और हर ख्वाहिश की कुर्बानी,
बस एक बार गले लग जा ए मंज़िल होगी तेरी बहुत मेहरबानी।
✍️Radhe Shyam.

©Radhe Shyam #SunSet
"तुमसे जरूर मिलेंगे ए मंज़िल"

भले ही बिखर चुके हैं सपने, टूट चुके हैं अरमान, 
मेरी और मेरी मंज़िल का न है  अभी कहीं नाम।
लेकिन खुश मत होना मेरी हार पर ए जिंदगी, 
अंतिम साँस तक लड़ेगे हम, लड़ना है मेरा काम।

तोड़ देंगे हर एक बाधा को बनाएंगे एक नया रास्ता, 
लड़ेगे आखिरी वार तक न हार मानेंगे इतना सस्ता।
मंजूर है मुझे हर अकेलापन, गहरी रातों की खामोशी, 
Merit list की PDF में नाम आएगा एक दिन जरूर, करनी परे चाहे कितनी भी कोशिश।

ये तनाव और अभाव दोनों को समेट लूँगा मैं, 
बंद कमरे की दीवार NCERT,NOTES और PYQ से बात कर लूँगा मैं।
मंजूर हैं मुझे हर संघर्ष, हर शर्तें और हर ख्वाहिश की कुर्बानी,
बस एक बार गले लग जा ए मंज़िल होगी तेरी बहुत मेहरबानी।
✍️Radhe Shyam.

©Radhe Shyam #SunSet
radheshyam8355

Radhe Shyam

New Creator
streak icon1