रात के अंधेरे मुझे डराने लगे है होश से अब कोसों दूर हूं बेहोशी में सुकून है तेरी बाहों सा तो नहीं पर तेरे एहसास सा है तेरी बातों सा है कुछ-कुछ धुएं में उड़ा रही कभी जाम में डूबो रही खुद की तलाश में तुझे ही पा रही तू ख़्वाब नहीं पर मेरी हकीकत भी नहीं तुझे बेवफा कहूं या खुद को या उस रब को जिसने तुझे मेरी हांथो की लकीरों में लिखा नहीं @deepali dp #Mojzamiracle #deepalidp #rahaterooh #jashnerekhta #hindishayari #intoxicated