दोहे:- जंगल में मंगल करे कवि साधु और मोर । कविताचोरी जो करे, कहलाते है चोर ।। अभिवादन कर बड़े को, छोटो से कर प्यार । हम उम्र से कर दोस्ती, बना लीजिए यार ।। पुस्तक पढ़े ज्ञान मिले, फिल्मों से व्यभिचार । बैठो संगत साधु की, अच्छे करो विचार ।। #दोहे Gita Roohi💞 Samridhi Sharma Ritika Gupta Geet