White उन्मुक्त गगन खुली हवा परिंदे को और क्या चाहिए जी सकूँ एक अपनी जिन्दगी एक मुट्ठी भर ही तो आसमान चाहिए आँखों मे हो सितारें ख्वाबों मे चाँद हो दिल मे प्यार का एक अरमान चाहिए दर्दों गम से बेदार कब तक रहूँ मे मुझे भी खुशियो का एक जहान चाहिए एक वो समझ ले बस इतना काफी है दुनियाँ में कहाँ मुझे पहचान चाहिए हर सुख दुख में जो साथ रहे हमेशा जो समझे मुझे अपना वो इंसान चाहिए ©Ravikant Dushe #sad_quotes Sangeet...