अपनी दोस्ती भी जहांँ से न्यारी लगती है सच कहती हूँ, बड़ी प्यारी लगती है तुम तक आके मैं रूक जाती हूँ तुझे जीत दुनिया हारी-हारी लगती है 🎀 दोस्ती की कविता 🎀 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 आज की प्रतियोगिता (Challenge-223) "खो गए हो कहाँ" को जीतने के लिए "दोस्ती की कविता" पर कोलाब करना अनिवार्य है। 🎀 4 लेखकों को मिलकर कोलाब करना है और कुछ अनोखा लिखने की कोशिश करनी है। एक कविता लिखिए अपने दोस्त के लिए या फिर दोस्ती के लिए। 🎀 Font छोटा रखिएगा जिससे वालपेपर खराब न हो। कम लिखिए या ज़्यादा लिखिए परन्तु अपना लिखिए।