तू तो रोज बदलती है, हर 24 घंटे में अपना एक नया रूप लाती है, हर बीतते हुए तारीक की, अपनी एक अलग ही पहचान बनती है, सबकी जिंदगी में अपनी अलग ही जगह बनाती हो, बस यूंही तुम बस बदलती रहती हो, जब देखो नई तारीक के साथ तुम सबके साथ होती हो।। #yolewrimo में आज का ख़त #तारीख़केनाम #letters #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ankitaguptaletter