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White अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनच

White अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...??
उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गया,चाचा_ताया तय कर आते रिश्ते के लिए लड़का...😏
उन्होंने जब इस बात पर न नुकुर की तो वालिदेन ने जबरन थोप दी उनपे"हाँ की इज़्न..🥺 
अगले दिन वालिद माजीद आकर ले जाते दस्तूर में बेटी वालों से रुपया नारियल....😛
मानो हमारा एहसान के लड़के ने हां भरली...
और 
'बाबुल की दुआए लेती जा'...
छज्जे पे बन्नी बैठी रे बन्ने ने ले ली मोल..😜
जैसे कुल मिलाकर दो तीन गाने बजते और बजाते,फिर जेठ की दोपहरी में बु्क्काफाड़ रुलाईयाँ से उनकी बिदाई करा दी गई...😭
और फिर न जाने कब वे मासूम सी अल्हड़ लड़कियां गजभर घूंघट में चूल्हे पर खाना बनाती,बेगानो में अपनापन तलाशती उनकी जी हुजूरी में अपनी तमाम हस्ती को मिटाती चली गई...😏
इन सब बेचारियों का गुड्डे_गुड़िया' से 
मां होने तक का सफर कमसिनी में ही मुकम्मल तौर पे अम्मा बनाकर तबाह कर दिया गया,और उन्हें जवानी में ही बुढ़ापे का अहसास करा दिया गया..😱
वे सब के सब जबरन"हाँ' के इज़्न से हुए अपने बाल विवाह को भुला बिसराकर जबरन गृहस्थी की गाड़ी रूपी जिम्मेदारी के खूंटे से बांध दी गई...😭
काश इस हां रूपी इज़्न को जबरन नहीं,बल्कि मन
चाहा वर देकर उन्हें हिस्से में दिया गया होता..🤔
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #एहसास©अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...??
उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गया,चाचा_ताया तय कर आते रिश्ते के लिए लड़का...😏
उन्होंने जब इस बात पर न नुकुर की तो वालिदेन ने जबरन थोप दी उनपे"हाँ की इज़्न..🥺 
अगले दिन वालिद माजीद आकर ले जाते दस्तूर में बेटी वालों से रुपया नारियल....😛
मानो हमारा एहसान के लड़के ने हां भरली...
और 
'बाबुल की दुआए लेती जा'...
छज्जे पे बन्नी बैठी रे बन्ने ने ले ली मोल..😜
White अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...??
उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गया,चाचा_ताया तय कर आते रिश्ते के लिए लड़का...😏
उन्होंने जब इस बात पर न नुकुर की तो वालिदेन ने जबरन थोप दी उनपे"हाँ की इज़्न..🥺 
अगले दिन वालिद माजीद आकर ले जाते दस्तूर में बेटी वालों से रुपया नारियल....😛
मानो हमारा एहसान के लड़के ने हां भरली...
और 
'बाबुल की दुआए लेती जा'...
छज्जे पे बन्नी बैठी रे बन्ने ने ले ली मोल..😜
जैसे कुल मिलाकर दो तीन गाने बजते और बजाते,फिर जेठ की दोपहरी में बु्क्काफाड़ रुलाईयाँ से उनकी बिदाई करा दी गई...😭
और फिर न जाने कब वे मासूम सी अल्हड़ लड़कियां गजभर घूंघट में चूल्हे पर खाना बनाती,बेगानो में अपनापन तलाशती उनकी जी हुजूरी में अपनी तमाम हस्ती को मिटाती चली गई...😏
इन सब बेचारियों का गुड्डे_गुड़िया' से 
मां होने तक का सफर कमसिनी में ही मुकम्मल तौर पे अम्मा बनाकर तबाह कर दिया गया,और उन्हें जवानी में ही बुढ़ापे का अहसास करा दिया गया..😱
वे सब के सब जबरन"हाँ' के इज़्न से हुए अपने बाल विवाह को भुला बिसराकर जबरन गृहस्थी की गाड़ी रूपी जिम्मेदारी के खूंटे से बांध दी गई...😭
काश इस हां रूपी इज़्न को जबरन नहीं,बल्कि मन
चाहा वर देकर उन्हें हिस्से में दिया गया होता..🤔
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #एहसास©अमूमन कुछ लड़कियों के हिस्से में नहीं आई मनचाही मुराद,बस आई तो वो है तपाक से जबरन बालविवाह...??
उनके साथ बचपन में सब कुछ झटपट किया गया,चाचा_ताया तय कर आते रिश्ते के लिए लड़का...😏
उन्होंने जब इस बात पर न नुकुर की तो वालिदेन ने जबरन थोप दी उनपे"हाँ की इज़्न..🥺 
अगले दिन वालिद माजीद आकर ले जाते दस्तूर में बेटी वालों से रुपया नारियल....😛
मानो हमारा एहसान के लड़के ने हां भरली...
और 
'बाबुल की दुआए लेती जा'...
छज्जे पे बन्नी बैठी रे बन्ने ने ले ली मोल..😜