उलझन इस बात की है कि ना जाने कौन से शहर से है वो। भरी दोपहर मे देखा था उसे । दुपट्टा चेहरे पर बांधे हुए । एक दम कहर सी है वो । ©its@re D@mor na jaane kon se sehr se h vo #AdhureVakya