Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कुसूर मेरा था उम्मीद जगा बैठे तू रूह की रूहानी इश्क़ के अरमान जगा बैठा अधूरी प्यास बुझाने को हर दफा नया जहां जगा बैठा सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 साहित्यिक सहायक 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें 2. इस वाक्य को अपने सुंदर शब्दों से पूरा करें 3. लिखने के बाद इस पोस्ट पे आकर कॉमेंट में done लिखें