कुछ मुझसे ही मेरे रिश्ते बिखर रहे है थोड़े हम बदल रहे है थोड़े वो बदल रहे है| कहीं सिमट हम सन्नाटे में गए है इसलिए ये शोर शराबे अब ना फब रहे है।। चेहरे से अब मेरे झूठी मुस्कुराहट के मुखौटे उतर रहे है इसलिए ये चेहरे अब किसी को ना जं च रहे है||| कुछ अपनों के तालाश में हम भटक रहे है इसलिए भीड़ में अकेले रह रहे हैं|||| कुछ मुझसे ही मेरे रिश्ते बिखर रहे है क्यूंकि हम अब खुद में बस रहे है।।।।। #NojotoQuote #nojoto#hindi#posts