सुनो-सुनो ऐ दुनिया वालों, इक बात बताने आये हैं। आजादी का अमृत महोत्सव,हम आज मनाने आये हैं। आजादी को पचहत्तर साल हुए तो लेकर जोश नया- हर घर तिरंगा शान से अब, हम आज लगाने आये हैं। माताओं ने बेटा खोया, बहनों ने दान सुहाग किया। जिससे भी जितना हो पाया,सबने अपना सर्वस्व दिया। लहू बहा कितने वीरों का,हम फिर कैसे आजाद हुये- अमर शहीदों की अमर कथा,हम आज सुनाने आये हैं। हर घर तिरंगा शान से अब, हम आज लगाने आये हैं। भारत माँ के जब लाल लड़े,यह धरा लहू से लाल हुई। लड़ते-लड़ते आजाद हुए हम भारत माँ खुशहाल हुई। करना है प्रयत्न यही सिर्फ,युवा शक्ति ना थमने पाए- मरे हुए सम मानुष तन में, हम जोश जगाने आये हैं। हर घर तिरंगा शान से अब, हम आज लगाने आये हैं। #स्वतंत्रतादिवस #आजादी_का_अमृत_महोत्सव #हर_घर_तिरंगा #विश्वासी