रईसी है धुएं में इस सोच पर एतबार मत करना, नशे की लत से कायम तू कभी मयार मत करना! चुकाता चल सभी कर्ज़े ये आदम जिस्म के अपने, कि अपने शौक के खातिर कभी उधार मत करना! सुकूं देता बहुत है जब कि सब कुछ छूट जाता है, मगर काले धुएं में ख़ुद को तू शुमार मत करना! -स्वरांजलि 'सावन' #worldtobaccoday #nojotohindi #nojoto #poetry