White दिसम्बर जज़्बातों का सैलाब है, दिसम्बर उम्मीदों भरा ख्व़ाब है। ग़म जनवरी का था, रोया दिसम्बर भी। खुशियां जुलाई की थीं मुस्कुराया दिसम्बर भी। हर दिसम्बर बीतता है ऐसे जैसे आज़माइशो का दौर गुज़रा हो, हर जनवरी आतीं है ऐसे जैसे धूप छटती और मिटता कोहरा हो। ©mausam #GoodMorning #alvidadecember2024 #HappyNewYear2025